उदाहरण के लिए भारत में सभी टिन अयस्क छत्तीसगढ़ में है।
2.
यहाँ बॉक्साइट का अनुमानित 7. 3 करोड़ टन का समृद्ध भंडार है और टिन अयस्क का 2,700 करोड़ से भी ज़्यादा का उल्लेखनीय भंडार है।
3.
यहाँ बॉक्साइट का अनुमानित 7. 3 करोड़ टन का समृद्ध भंडार है और टिन अयस्क का 2,700 करोड़ से भी ज़्यादा का उल्लेखनीय भंडार है।
4.
इनमें चूना पत्थर, तांबा, लौह अयस्क, मैंगनीज, कोरण्डम, डोलोमाइट, टिन अयस्क, बाक्साइट, अभ्रक, सोप स्टोन यूरेनियम गेरू प्रमुख हैं।
5.
सलाहकार समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम की कोयला, लौह अयस्क, टिन अयस्क की परियोजनाओं के लिए 58 करोड़ 52 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई।
6.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित खनिज विकास निधि सलाहकार समिति इस बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम (सी.एम.डी.सी.) की कोयला, लौह अयस्क और टिन अयस्क परियोजनाओं के लिए 58 करोड़ 52 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गयी।
7.
इस दौरान डोलोमाइट की खदानों से सात करोड़ 23 लाख रुपए, बाक्साइट की खदानों से 17 करोड़ 72 लाख रुपए, क्वार्टज एवं क्वार्टजाइट से 17 लाख रुपए और टिन अयस्क से बारह लाख 14 हजार रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है।
8.
कई योजनाकारों का मानना है कि छत्तीसगढ़ राज्य देश में खनिज राज्य के रूप में उभर सकता है क्योंकि यहां 1386 करोड़ टन कोयला, 180 टन लौह अयस्क, 60 करोड़ टन डोलोमाइट, 17 करोड़ टिन अयस्क, 4.1 करोड़ टन बाक्साइट और चुने के पत्थर (ला इमस्टोन) व ग्रेनाइट के असमित भंडार हैं।
9.
कबीरधाम (कवर्धा) जिले में लौह अयस्क परियोजना के पूर्वेक्षण और अन्वेषण के लिए तीन करोड़ 29 लाख रूपए, दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) जिले में टिन अयस्क परियोजना में खनिज अन्वेषण के लिए 80 लाख 32 हजार रूपए और बैलाडीला के डिपॉजिट नम्बर 13 के विकास के लिए राष्ट्रीय खनिज विकास निगम-छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम (एन.एम.डी.सी.-सी.एम.डी.सी.) के संयुक्त उपक्रम की अंशपूंजी के लिए एक करोड़ 22 लाख 50 हजार रूपए की स्वीकृति देने का निर्णय लिया गया।